Wednesday, August 13, 2008

अबिनव बिंद्रा भारत देश के सच्चे सपूत

इस देश में जहाँ एक अरब की आबादी है .वहां ओलम्पिक के शैशव काल से आज तक एक पदक के लिए तरसना एक विडम्बना ही है .वहां अभिनव ने जो कमालदिखाया है .वो काबिल ऐ तारीफ है .पहली बार स्वर्ण पदक वैक्तिगत खेलों में मिलना एक गौरव की बात है।
अभिनव देश आपकी प्रतिभा को सलाम करता है .